गुरुवार, 13 जून 2024

कलयुग कब खत्म होगा - kalyug kab khatm hoga

नमस्कार आपका स्वागत है कलयुग के अंत के विषय में हमारे प्राचीन प्राणों में पहले ही भविष्यवाणी की हुई है। कलयुग का प्रभाव कैसा होगा? कलयुग में मनुष्य का व्यवहार कैसा होगा? कलयुग की स्त्रियाँ कैसी होगी? कलयुग में मनुष्य का आकार और आयु कितनी होगी, कलयुग में पाप और पुण्य की परिभाषा क्या होगी, कलयुग में मुक्ति पाने के कौन से मार्ग होंगे? तथा कलयुग का अंत कब होगा आदि के विषय में हमारे प्राचीन पुरानो में कलयुग की भविष्यवाणी की गई है। 


भगवान श्रीकृष्ण ने कलयुग की भयावहता का वर्णन गरुड़ जी के सामने किया है, जिसके बारे में प्राचीन गरुड़ पुराण में बताया गया है। तो चलिए जान लेते हैं ( kalyug kab khatm hoga ) कलयुग के बारे में की गई प्राचीन भविष्यवाणियां कलयुग का अंत धर्म की विफलता, अनुशासन की कमी, मनुष्यों में बढ़ती दुर्भावना, धन की लालसा, अत्यधिक काम का प्रभाव, भ्रष्टाचार से बढ़ता व्यापार, गुरूजनों तथा पूज्य लोगों की नींद, स्त्रियों में व्याभिचार और अनाचार आदि गुणों की वृद्धि, लोगों में आध्यात्मिकता की कमी आदि प्रकार के लक्षणों से कलयुग की पहचान होती है। 

भगवान श्रीकृष्ण ने कहा था कि कलयुग में मनुष्य का मन अत्यधिक कठोर हो जाएगा मनुष्य अशांत चंचल धर्म से विमुख होकर अधर्म के पथ पर चलने वाले होंगे। उन्हें शास्त्रों का ज्ञान नहीं होगा जिसके मुख से जो भी निकलेगा उसे ही शास्त्र समझा जाएगा। कलयुग के अंत में अधर्म और आसुरी शक्तियां का विनाश होगा और पुनः नए युग का आरंभ होगा।

अर्थात फिर से सत्य युग का आरंभ होगा और सृष्टि का यह चक्र चलता रहेगा। चारों युगों में कलयुग अंतिम युग होता है सबसे पहले सत्य युग, उसके बाद त्रेता युग, फिर द्वापर युग और अंत में कलयुग। महाभारत के युद्ध के पश्चात कलयुग का आगमन पृथ्वी पर हुआ था। यह योग धार्मिक और आध्यात्मिक स्थिति में सबसे कम प्रगति करने वाला माना जाता है। 

कलयुग का शुरुआत कब हुआ था 

मान्यता के अनुसार आज से 3137 साल पहले महाभारत का युद्ध हुआ और कलयुग का आरंभ इस युद्ध के 35 वर्ष के पश्चात हुआ अर्थात भगवान श्रीकृष्ण के अपने धाम जाने के बाद हुआ। 

 यदि हम कलयुग के समय में देखें तो पाप इतना बढ़ चुका है मानो ऐसा लगता है। कलयुग का अंत अब निकट आ चुका है, लेकिन कुछ विद्वानों के अनुसार यह तो बस शुरुआत है। आगे कलयुग और भी भयानक रूप लेने वाला है। कलयुग के उस भयानक रूप को देखने की क्षमता आज के मनुष्यों के अंदर नहीं है जब कलयुग का अंत समय निकट आएगा।

तो ऐसी ऐसी भयानक चीजें दिखाई पड़ेगी मनुष्य का रूप इतना विकृत और भयानक हो जाएगा कि वह मनुष्य कम पिशाच ज्यादा दिखाई देंगे। तो आइए जान लेते हैं गरुड़ पुराण में कलयुग के अंत के विषय में क्या कहा गया है । 

कलयुग कब खत्म होगा - kalyug kab khatm hoga

 कलयुग का अंत कैसे होगा और कलयुग का अंत समय निकट आने पर कौन से संकेत दिखाई देंगे? तब भगवान श्रीकृष्ण ने गरुड़ जी को कलयुग के अंत के समय मिलने वाले भयानक संकेतों के बारे में बताया है। जब पृथ्वी पर चारों तरफ ऐसे संकेत दिखाई दे तो मनुष्य को समझ जाना चाहिए कि कलयुग का अंत निकट आ चुका है और अब सृष्टि का अंत प्रलय से होगा। 

कलयुग का अंत का 4 संकेत 

  1.  सबसे पहला संकेत भगवान श्रीकृष्ण के अनुसार कलयुग का अंत समय निकट आने पर मनुष्य की आयु घटकर केवल 20 वर्ष ही शेष रह जाएगी। 12 वर्ष की आयु में ही मनुष्य के बाल पक जाएंगे। कलयुग की औरतें बहुत ही क्षीण और छोटे शरीर वाली लेकिन अधिक भोजन करने वाली मंद भाग्य होगी। कलयुगी स्त्री कम संतान को उत्पन्न करने वाली और अत्यंत क्रोधी स्वभाव की होगी। वह अपनी संतान को दूध भी नहीं पिलाएगी और ना ही उसका पालन पोषण करेगी।
  2. दूसरा संकेत भगवान श्रीकृष्ण कहते हैं कलयुग का अंत समय निकट आने पर संसार में पति व्रता स्त्रियां दिखाई नहीं पड़ेगी । एक स्त्री कई पुरुषों से विवाह करेगी लोग पूजा पाठ, श्राद्ध, अंतिम संस्कार, मुंडन और विवाह आदि प्रकार के कार्य नहीं करेंगे। जल के अभाव के कारण लोग स्नान नहीं करेंगे और अशुद्ध ही रहेंगे। कलयुग के अंत में लोग केवल मांसाहारी करेंगे और कोई भी सात्विक आहार नहीं करेगा कलयुग में लोगों के वस्त्र तने हुए और चमकीले होंगे ।
  3. तीसरी बात श्रीकृष्ण के अनुसार जब कलयुग का अंत समय निकट आएगा तो वृक्षों में फल आना बंद हो जाएंगे। सभी वृक्ष फल रहित हो जाएंगे सृष्टि में हर तरफ केवल शमी के वृक्ष ही दिखाई देंगे। मनुष्य शाकाहार छोड़कर केवल मांस का ही भक्षण करेंगे। कलयुग का भोजन तामसिक और रोग उत्पन्न करने वाला होगा। इसी कारण से लोग जल्दी ही बूढ़े होकर मर जाएंगे। कलयुगी मनुष्य गाय की पूजा करना बंद कर देंगे, सभी गाय का मांस खाएंगे। गायों को केवल दूध और मांस के लिए ही पाला जाएगा।
  4. चौथी संकेत कलयुग का अंत समय निकट आने पर अल्प दृष्टि होगा अर्थात बहुत ही कम बारिश होगी । खेत अनाज नहीं उगा पाएंगे धन का आकार बहुत ही छोटा होगा और फलों में रस भी उत्पन्न नहीं होगा । मनुष्य भूख और प्याज के कारण करने लगेंगे मनुष्य को केवल बकरियों का दूध ही प्राप्त होगा । 
  5. पांचवी संकेत जब कलयुग का अंत होने वाला होगा तब भगवान विष्णु सूर्या के करने में विराजमान हो कर पृथ्वी का संपूर्ण जल शोख लेंगे आकाश में चारों तरफ 7 सूर्य दिखाई देंगे । 

निष्कर्ष - कलयुग कब खत्म होगा - kalyug kab khatm hoga

तो दोस्तो इस प्रकार से कलयुग का अंत हो जाता है और परमात्मा अपनी इच्छा मात्र से पुणे सृष्टि में जीव की उत्पन्न होने की सुरु हो जाती है तो मित्रों, इस तरह से गरुड़ पुराण में कलयुग के अंत का वर्णन किया गया है उम्मीद है आपको यह जानकारी अच्छी लगी हो तो आपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करें। 

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